अमेरिका का वो पूरा शहर क्रिसमस की रोशनी से जगमगा रहा था. रंग-बिरंगे वस्त्रों में उत्साहित लोग शौपिंग के लिए निकल पड़े थे. चारों तरफ खुशियाँ बिखरी हुई थीं. सड़कों से ले कर घरों तक पर रंगीन विद्युत झालरें, पेड़ों और झाड़ियों पर रंगीन बल्बों के फूल खिले हुए थे. दूकानों के आकर्षक सेल एक-दूसरे से प्रतिस्पर्द्धा करते हुए ग्राहकों को आकृष्ट कर रहे थे.
मिस्टर डेविड का दो सौ अस्सी नंबर का घर शहर के बाहरी इलाके में था. शांति प्रिय डेविड को प्रकृति से प्रेम था, शहरी कोलाहल उन्हें अच्छा नहीं लगता था. घर में कार की सुविधा होने के कारण कहीं आना-जाना असुविधाजनक नहीं था. परिवार मे पत्नी मारिया, एक पांच वर्ष की बेटी जेनी और उसका छोटा भाई जॉन था. घर के आसपास एकांत होने के कारण बच्चे कम दिखाई देते थे,पर जेनी और जॉन अपने आप में पूर्ण थे. साथ में खेलते हुए उन्हें कभी किसी और की ज़रुरत ही महसूस नहीं हुई.
डेविड के घर से कुछ दूरी पर रिटायर्ड स्कूल टीचर एलिज़ाबेथ का घर था. अकेली होने के कारण एलिजाबेथ अक्सर डेविड और मारिया के घर आया करती थीं..बच्चे एलिजाबेथ का इन्तज़ार करते, एलिजाबेथ आंटी उनके लिए खिलौने और चाकलेट लाना कभी नहीं भूलती थीं.
क्रिसमस के उल्लास से डेविड का भी घर अछूता नही था. घर में जेनी अपने चार वर्ष के छोटे भाई जॉन के साथ क्रिसमस ट्री पर खिलौने सजा रही थी. जेनी के आदेश पर नन्हा जॉन अपने अनभ्यस्त हाथों से खिलौने लाकर दे रह था. गलती से खिलौना गिर जाने पर उसे जेनी की मीठी झिड़की सुननी पडती थी.
“जॉन, सम्हाल कर उठा, तू तो खिलौने तोड़ देगा.”
“सौरी सिस्टर, प्लीज़ एक्सक्यूज़ मी.” भोले मुख पर भय था.
“इट्स ओके, जॉन.” प्यार से भाई के माथे पर चुम्बन अंकित कर के जेनी बोली. जेनी को अपने छोटे भाई जॉन से बहुत प्यार था. जॉन भी अपनी बहिन की हर बात मानता था.
पूरे दिल की मेहनत के बाद दोनों भाई-बहिनों के चेहरों पर खुशी थी, उनके द्वारा सजाए गए खिलौने कितने सुन्दर दिख रहे थे. शाम को पेड़ पर सजाई गई बिजली की झालरों के रंगीन बल्बों ने पेड़ की शोभा बढ़ा दी. क्रिसमस ट्री भी जैसे उनकी खुशी में शामिल था.
दोनों को उनके मम्मी –डैडी ने बताया था क्रिसमस की रात सैंटा- क्लॉज चुपचाप घरों में सोते हुए बच्चों को उनके मनचाहे गिफ्ट देता है. सवेरे अपनी-अपनी मनचाही गिफ्ट्स पाकर बच्चों को सैंटा- क्लॉज के अस्तित्व में विश्वास हो जाना स्वाभाविक ही होता. उन्हें आश्चर्य इस बात का होता, सैंटा कैसे अमेरिका के इतने सारे बच्चों के गिफ्ट्स याद रख पाता है? भोले बच्चे कैसे जान पाते उनके सो जाने के बाद उनके डैडी और मम्मी ही उनकी मनचाही गिफ्ट्स सैंटा के नाम से क्रिसमस ट्री के नीचे रख देते हैं.
“जेनी तू सैंटा- क्लॉज से क्या गिफ्ट मांगेगी?” जॉन बहिन की गिफ्ट के बारे में जानने को उत्सुक था.
“मै तो सैंटा से पिंक कलर की ड्रेस वाली एक टॉकिंग डॉल मांगूंगी.”
“तुम्हारे पास तो इतनी सारी डॉल हैं फिर दूसरी डॉल क्यों चाहिए?’
“तू नहीं समझेगा, बातें करने वाली डॉल मेरी फ्रेंड बन जाएगी. जब जी चाहे उसके साथ बातें करूंगी.”
“जेनी, क्या सैंटा से हम जो भी गिफ्ट मांगेगे वो हमें देगा? अगर हम सो रहे होंगे तो हमें गिफ्ट कैसे मिलेगी?” जॉन शंकित था.
“अरे बुद्धू, सैंटा रात में चुपचाप आ कर हमारी गिफ्ट इस क्रिसमस ट्री के नीचे रख जाएगा. सवेरे हमे हमारी गिफ्ट मिल जाएगी. वैसे जॉन तू सैंटा से कौन सी गिफ्ट मांगेगा?’
“मुझे तो रॉबिन के वीडियो गेम जैसा नया कार वाला वीडियो- गेम चाहिए. नए वीडियो गेम में मेरी रेड कार फर्स्ट आएगी, रॉबिन के वीडियो- गेम में उसकी ब्लू कार फर्स्ट आई थी.”
“जेनी और जॉन डिनर के लिए आओ. डैडी तुम्हारा वेट कर रहे हैं.”बच्चों की माँ मारिया ने आवाज़ दी.
“कम ऑन चिल्ररेन, जेनी तुमने क्रिसमस ट्री बहुत सुन्दर सजाया है.” डैडी मिस्टर डेविड ने प्यार से कहा.
“थैंक्स डैडी, पर इसमें जॉन ने भी मेरी बहुत मदद की है.”जेनी की बात सुनते जॉन का चेहरा खिल उठा.
“वेल डन माई सन. इसका मतलब हमारा बेटा अब बड़ा हो गया है.”डेविड ने स्नेह से बेटे को देखा.
“यस डैडी, जॉन मेरा सबसे प्यारा और अच्छा भाई है.”प्यार से जेनी ने भाई की तारीफ़ की.
”बच्चों, तुमने सैंटा से मांगने के लिए अपनी-अपनी गिफ्ट्स तय कर ली हैं?” मम्मी ने जानना चाहा.
“जी मॉम, मैने डिसाइड कर लिया है. मुझे एक पिंक कलर की ड्रेस वाली टॉकिंग डॉल चाहिए.”
“मॉम मुझे नया वीडियो-गेम चाहिए. मुझे राबिन की ब्लू कार को हराना है.” खुशी से जॉन ने बताया.
मॉम, हम क्रिसमस पार्टी के लिए नई ड्रेस खरीदने कब जाएंगे?”जेनी को नई ड्रेसेज खरीदने का शौक था.
“कल लंच के बाद तुम्हारी शौपिंग के लिए चलेंगे. अब डिनर के बाद जल्दी सो जाना. याद रखो, आज नो टीवी वरना सवेरे जल्दी नहीं उठ पाओगे.”मारिया ने प्यार से बच्चो को सलाह दी.
“गुड नाइट डैडी, गुड नाइट मॉम.”
“गुड नाइंट मेरे बच्चों”मारिया और डेविड ने प्यार से कहा.
जेनी और जॉन खुशी-खुशी अपने कमरे में अपनी- अपनी बेड पर लेट कर कल के सपनों में खो गए.
दूसरे दिन जेनी और जॉन मॉम के जगाए बिना खुद ही जल्दी जाग गए. तैयार होने के लिए दोनों ने देर नही की. अचानक खिडकी से बाहर देखते ही जॉन खुशी से चिल्लाया-
“लुक जेनी, कल रात स्नो फाल हुआ है.”
“वाह, मज़ा आ गया. इस बार व्हाइट क्रिसमस होगा.” जेनी ने खुशी में साथ दिया.
“स्नो बॉल से खेलने में खूब मज़ा आएगा. हम स्नो मैन भी बनाएंगे.” जॉन उत्साहित था.
“कमाल है, आज तुम दोनों खुद ही इतनी जल्दी तैयार होगए वरना स्कूल जाने के दिन तुम्हें उठाना मुश्किल होता है. आओ ब्रेकफास्ट तैयार है.”बच्चों को तैयार देख मारिया ने कहा.
“यस मॉम, आज हमें शौपिंग के लिए जो जाना है. देर से जाने पर सारी अच्छी ड्रेसेज ख़त्म हो जाएंगी.” जेनी ने जल्दी उठने का कारण बताया.
“ओके, पहले अपने डैडी को तो तैयार हो जाने दो वरना कार कौन ड्राइव करेगा?”
“सॉरी बच्चों, आज आफ़टरनून में भारी तूफ़ान आने की वार्निंग है, हम शौपिंग के लिए आज नहीं कल चलेंगे.” डेविड ने आते ही बच्चों के उत्साह पर छीटे डाल दिए.
“ओह नो डैडी, तूफ़ान और स्नो फाल तो यहाँ आते ही रहते है. हम कितनी देर से तैयार हैं. प्लीज़ मॉम आप डैडी से कहिए ना हमें आज ही जाना है.” जेनी ने जिद की.
“मॉम, मुझे अपना वीडियो गेम चाहिए, प्लीज़ डैडी हमें जाना है.” नन्हें जॉन ने भी जेनी का साथ दिया.
“बच्चे बड़ी देर से जाने को तैयार हैं, मौसम खराब होने के पहले हम जल्दी लौट आएँगे. आज नहीं जाने से ये निराश हो जाएंगे.”मारिया ने बच्चों के मायूस चेहरों को देख उनका पक्ष लिया.
“ठीक है, पर शौपिंग में देर नहीं करनी है. मारिया, तुम भी शौपिंग के वक्त बच्चों के साथ वक्त भूल जाती हो.”डेविड ने पत्नी से कहा.
“परेशान ना हों, हम शौपिंग जल्दी खत्म कर लेंगे. पहले ब्रेकफास्ट तो लीजिए” मारिया ने विश्वास दिलाया.
“याद रखना, हम एक बजे के पहले वापिस आ जाएंगे घर लौटने में कम से कम डेढ़-दो घंटे लग जाते है.” डेविड ने चेतावनी सी दी.
बाहर जाने के लिए बच्चों ने जल्दी-जल्दी अपना ब्रेकफास्ट खत्म कर लिया.
शौपिंग मॉल की शोभा ही निराली थी.दूकानों की सजावट देखते ही बनती थी. हर शॉप पर सेल की धूम थी.बच्चे तो बच्चे बड़े भी बच्चे बन गए थे. बच्चों की दूकानें विशेष रूप से सजाई गई थीं. बच्चों की चलती तो वे पूरी दूकान खरीद लेते. रंगीन रोशनी में तरह-तरह के खेल बच्चों को अपनी तरफ आकृष्ट कर रहे थे. उनके लिए तो वो स्वर्ग का नजारा था. काश वे हमेशा उसी दुनिया में रह पाते.
बड़ी देर खोजने के बाद आखिर जेनी को अपनी पसंद की ड्रेसेज मिल ही गई. जॉन को अपनी ड्रेस के लिए ज़्यादा परेशानी नहीं हुई, मारिया ने उसके लिए खुद ही ड्रेसें खरीद लीं. अब पार्टी के लिए ड्रेस खरीदने की बारी मारिया की थी. डेविड ने ठीक कहा था, मारिया भी बच्चों से कम नहीं थी. बड़ी मुश्किल से मारिया अपने लिए दो ड्रेसेज़ खरीद सकी.
घड़ी पर नज़र डालते डेविड चौंक गए तूफ़ान आने का जो समय बताया गया था, वो अब पास आ चुका था. बाहर आने पर पेड़ों को तेज़ हवा में झूलते देख डेविड परेशान हो उठे. घर पहुँचने में अब दो की जगह ज़्यादा घंटे लग जाएंगे. लोग तेज़ी से मॉल के बाहर आने लगे थे. अपनी कारें स्टार्ट कर सब घरों की तरफ चल दिए थे. डेविड के चेहरे पर चिंता स्पष्ट थी.
“तुमसे कहा था, समय का ध्यान रखना, पर खरीददारी करते वक्त तुम लोग सब भूल जाते हो.”
“सॉरी, गलती हो गई. अब तुम शान्ति से ड्राइव करो. हवाएं बहुत तेज़ हो रही हैं. प्रभु ईसू हमारी मदद करे.”मारिया की आवाज़ में भी भय स्पष्ट था.
कुछ ही देर में तूफ़ान ने भयानक रूप धर लिया. तेज़ हवाओं के साथ भारी स्नोफाल से स्थिति और भी गंभीर हो गई थी. तेज़ हवाएं डेविड की छोटी कार को भी हिला रही थीं. बर्फ से गीली सड़क पर कार फिसल रही थी. अचानक कार स्किड करके ज़ोरों से एक बड़े पेड़ से टकरा गई. पल भर में प्रलय सा आ गया था. जेनी और जॉन बाहर के नज़ारे देखने खिडकी वाली सीट की तरफ बैठे थे और बीच की खाली सीट पर आज खरीदा हुआ बड़े से टेडी बियर को बैठाया था. एक चीख और सब जैसे शांत होगया. कार का पीछे का हिस्सा पेड़ से टकरा कर पिचक गया था. खिडकी का शीशा टूट कर अंदर आ गया था. एक बड़ा सा नुकीला कांच धक्के के जोर से सीधा नन्हे जॉन के सिर के आरपार निकल गया था. जेनी के ऊपर भालू के गिर जाने से नुकीले कांच के टुकडे भालू के शरीर पर ही अटक कर रह गए. उस अचानक धक्के से जेनी का सिर कार की साइड से ज़ोरों से टकरा गया. इतना आघात उसे मूर्छित करने को काफी था. सामने की सीट पर कार को अधिक क्षति नहीं पहुंची थी, पर उस आकस्मिक दुर्घटना के कारण अर्धमूर्छित से मारिया और डेविड कुछ भी ना समझ पाने की स्थिति में थे.
भयंकर तूफ़ान के कारण कार से उस रास्ते से गुज़रने वालों का साहस उनकी मदद करने का नहीं हो सका, पर उनमे से कुछ ने फ़ोन द्वारा 911 को दुर्घटना की सूचना दे दी थी. कुछ ही देर में एम्बुलेंस से मेडिकल टीम और कॉप (पुलिस) के सदस्य पहुंच गए. डेविड और मारिया को उनकी अर्ध मूर्छित अवस्था में कार से बाहर निकाल कर जेनी के साथ एम्बुलेंस में ले जाया गया. रक्तरंजित निष्प्राण जॉन को देख सब स्तब्ध रह गए. नन्हे जॉन का प्यारा चेहरा इस बुरी तरह से बिगड़ गया था कि उसे देखने का साहस नहीं हो रहा था.
हॉस्पिटल में सब उनकी हालत देख कर दुखी थे. उस तूफ़ान ने डेविड का घर उजाड़ दिया था. जॉन का चेहरा बिगड़ चुका था, आँखें बाहर आ गई थीं ओंठ, नाक का पता नहीं था. होश आने पर मारिया और डेविड से डॉक्टर ने कहा-
“हमें दुःख है, आपका बेटा यहाँ पहुंचने के पहले ही ये दुनिया छोड़ गया, अब अपनी बेटी को सम्हालिए. भाई को इस हालत में देख उसके दिमाग पर बहुत अनिष्टकारी प्रभाव पड़ेगा. उसके लिए कभी ना भूल पाने वाला यह बहुत बड़ा सदमा होगा.”
“क्या हम अपने बेटे को अपने घर ले जा सकते हैं?” मुश्किल से डेविड पूछ सके.
“आपको मना तो नहीं कर सकता, पर जब तक आपकी बेटी ठीक ना हो जाए आपका यहाँ रुकना ही अच्छा होगा. अभी वह बेहोशी की हालत में है, उसे सामान्य होने दीजिए और मेरी बात समझने की कोशिश कीजिए.” डॉक्टर ने गंभीरता से कहा.
“ऎसी हालत में अपने बेटे को कैसे देखते रह सकते हैं. कैसे सहें, क्या करें?” मारिया ने रोते हुए पूछा.
“ज़िंदगी में कभी-कभी प्रैक्टिकल होना अच्छा होता है. मेरी राय है, यहाँ चर्च के फादर से बात कर के अपने बेटे को हमेशा के लिए इसी शहर से से विदा करना अच्छा होगा.” डॉक्टर ने सलाह दी थी.
डॉक्टर की बात में सच्चाई थी. अपने प्यारे भाई को उस स्थिति में देख कर क्या जेनी सह पाएगी?
फादर की मदद से सारे रिच्युल्स पूरे कर, अपने जिगर के टुकडे जॉन को उस अपरिचित शहर में हमेशा के लिए विदा करने के बाद जेनी के होश में आने की प्रतीक्षा थी. दो दिनों बाद आँखे खोलती जेनी अपने माँ-बाप के उदास चेहरे देख चौंक गई-
“क्या हुआ मॉम, हम यहाँ कहाँ है, जॉन कहाँ है?”
“जेनी बेबी, हमारा जॉन हमें छोड़ कर गॉड के पास चला गया.” रुंधे स्वर में डेविड ने जवाब दिया.
“नहीं, हम भी जॉन के पास जाएंगे. हमको भी गॉड के पास जाना है.”जेनी रो रही थी.
“ऐसे नहीं कहते, गॉड जिसे चाहते हैं उसे ले जाते हैं. तुम हमें छोड़ कर कैसे जा सकती हो, तुम्हारे बिना हम कैसे रहेंगे.”मारिया ने प्यार से जेनी को अपने सीने से चिपटा लिया.
“हम किसे बात करेंगे, किसके साथ खेलेंगे? जॉन हमें छोड़ कर क्यों गया, हमें उसके पास जाना है.”
बड़ी मुश्किल से जेनी को सामझा के डेविड, मारिया और जेनी को साथ लेकर उस सूने घर में लौटे थे. जिस घर में चार दिन पूर्व जेनी और जॉन हंसते-खेलते क्रिसमस ट्री को सजा रहे थे. घर का सूनापन जेनी के साथ सबको रुला गया. जेनी क्रिसमस ट्री से लिपट कर रो पड़ी. क्रिसमस पार्टी के लिए आने वाले अब शोक- संवेदना के लिए आ रहे थे.अचानक जेनी को याद आया शौपिंग भॉल में जॉन ने जेनी को एक वीडियो- गेम दिखा कर कहा था, उसे सैंटा से बिल्कुल वैसा ही वीडियो गेम चाहिए.
“मॉम, अब सैंटा जॉन को उसकी पसंद का वीडियो कैसे देगा?”जेनी ने व्याकुल स्वर में कहा.
“डोंट वरी.जेनी. मै तरीका बताती हूँ. हम जॉन की पसंद का गेम खरीद लाएंगे. उस गिफ्ट को क्रिसमस ट्री के नीचे रख देंगे उसके साथ सैंटा के लिए एक रिवेस्ट का नोट लिख के.रख देंगे कि जॉन गॉड के पास है, यह गेम जॉन को पहुँचाने की कृपा कीजिए.” एलिजाबेथ आंटी ने जेनी की तसल्ली के लिए तरीका बताया. जॉन एलिजाबेथ आंटी का बहुत दुलारा बच्चा था.
“क्या ऐसा हो सकता है, आंटी?”जेनी की आँखें खुशी से चमक उठीं.
“तैयार रहना, कल हम दोनों उसी शौप पर चलेंगे, तुम जॉन की मनपसंद गिफ्ट ले लेना.”
“थैंक्स, आंटी, हम तैयार रहेंगे. जॉन गिफ्ट पाकर कितना खुश होगा.”खुशी से जेनी ठीक से सो भी नहीं सकी.
दूसरे दिन दूकान पर पहुंच कर जेनी ने दूकानदार से कहा-
“सर, हमें कार वाला वीडियो-गेम चाहिए. गेम के बौक्स के ऊपर लाल कार की तस्वीर बनी है.”
दूकानदार ने वीडियो गेम के कई डिब्बे दिखाए, पर उनमे से जेनी को जॉन की पसंद वाला बौक्स नहीं मिला जिस पर लाल कार की तस्वीर बनी हो. जेनी परेशान हो उठी. दूकानदार ने समझाया-
“देखो बेबी, इन सभी वीडियो गेम में लाल, नीली, पीली कई रंगों की कारें हैं.”
“नहीं, हमें जॉन की पसंद वाला बौक्स चाहिए, उसे रोंबिन को हराना है.”जेनी की आँखों में आंसू आगए.
“ऐसा करो, तुम जॉन के साथ आओ, वह खुद अपनी पसंद का गेम ले लेगा.”दूकानदार ने कहा.
“जॉन कैसे आ सकता है, वह तो गॉड के पास चला गया है.” नम आवाज़ में जेनी बोली.
“अगर ऐसा है तो हम कहीं से भी जॉन का मनपसन्द गेम लाएंगे.”स्तब्ध शॉप-कीपर ने अपने सहायक को निर्देश दे कर दूसरी दूकानों से जेनी के बताए गए वीडियो गेम को लाने के निर्देश दिए.
सहायक द्वारा लाए गए वीडियो गेम के डिब्बे पर लाल कार का चित्र देख कर जेनी खुश हो गई. हाँ जॉन ने वैसा ही बॉक्स दिखा कर तो जेनी से कहा था, वह वही गिफ्ट सैंटा से मांगेगा.
एलिजाबेथ आंटी के साथ खुशी खुशी जेनी घर वापिस लौटी थी. घर पहुँच कर एक सुन्दर से कागज़ पर
जॉन की गिफ्ट पहुँचाने के लिए सैंटा को संदेश लिखा गया था. गिफ्ट के साथ संदेश को क्रिसमस ट्री के नीचे रख दिया गया. जेनी को विश्वास नहीं होरहा था, कल क्रिसमस है, क्या सैटा क्लॉज सचमुच जॉन को उसकी गिफ्ट पहुंचा देगा? किसी तरह सोई-अधसोई जेनी सवेरा होते ही क्रिसमस ट्री के पास पहुंची थी. एक गुलाबी रंग के कागज़ पर लिखा था
“थैंक्स फ़ॉर दी गिफ्ट.” जॉन
“मॉम-डैडी जल्दी आओ, जॉन को गिफ्ट मिल गई.” गुलाबी कागज़ थामे खुशी से जेनी चिल्लाई थी.
“जेनी, देख सैंटा तेरे लिए कितनी प्यारी डॉल लाए हैं. तू ऎसी ही डॉल चाहती थी न.” मारिया ने जेनी का ध्यान डॉल की तरफ करके उसे बहलाना चाहा.
“नहीं, हमें डॉल नहीं जॉन चाहिए. सैंटा हमें जॉन चाहिए.”जेनी रो रही थी.
“जेनी बेबी, तेरी डॉल तुझसे बात करना चाहती है.”डेविड ने प्यार से कह़ा.
माँ-बाप की बातें अनसुनी कर, अपनी गिफ्ट पर नज़र भी ना डाल, आँखों से बहते आंसुओं के साथ जेनी ‘माई लिटिल ब्रदर’ कहती उस गुलाबी कागज़ को बेतहाशा चूमे जा रही थी.
जी बहोत ही बडिया लिखे हो आप .. मैं भी लिखने में इंटरेस्टड हूँ और अपने ब्लॉग पर लिखता हूं नए पाठक मुझे बताइये की में केस लिखता हूँ में हिंदी रहस्यकथा विज्ञान कथा और हिंदी थ्रिलर स्टोरीज पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे https://scifisuspensethriller-inhindi.blogspot.com
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