प्रिय पाठक ,
ब्लॉग पर पाठकों की संख्या बढती देख कर प्रसन्नता होना स्वाभाविक ही है, पर आपकी प्रतिक्रिया ना मिलने से निराशा होती है। मेरा अनुरोध है अपने व्यस्त समय में से कुछ समय दे कर जो भी कहानी आपने पढी है, उस पर अपने विचार अवश्य दें। आपके विचार और सुझाव मेरी प्रेरणा हैं।
ब्लॉग पर कुछ नई कहानियां और एक लंबी कहानी 'मीत मेरे' डाली है। आज 'फ़्लॉरिस्ट' भी सम्मिलित की है। यह मेरी प्रिय कहानी है। इसके आधार पर एक बॉलीवुड के लिए एक स्क्रिप्ट भी ब्ळॉग पर है।
मेरी एक आकांक्षा है मेरी कुछ कहानियों और 'वह सांवली लड़की' पर फ़िल्म बनाई जा सके। वैसे यह बताते हुए प्रसन्नता है कि फ़िल्म डिवीज़न ऑफ़ इंडिया तथा एन एफ़ डी सी मुम्बई द्वारा मेरी कहानियों पर फ़िल्म बनाई गई हैं। दूरदर्शन दिल्ली तथा रांची से भी सीरियल और नाटक प्रसारित हुए हैं।
भारतीय साहित्य एवं शोध संस्थान ने अपनी वेब साइट पर मेरी 17 कहानियां डाली हैं। कुछ पाठकों ने कहानियों की प्रशंसा की है। मुझे खुशी है इस वेब साइट के माध्यम से मेरी कहानियां और पाठकों तक पहुंच सकेंगी।
अपना स्नेह बनाए रखें। शुभ कामनाओं सहित,
पुष्पा सक्सेना
सम्मान्या पुष्पा सक्सेना जी ,आपने परिमाण एवं परिणाम दोनों ही द्रष्टि से अति उत्तम साहित्य की सर्जना की है . बच्चों के लिए भी आपकी कलम से रोचक एवं सहज सुग्राह्य सामग्री सुप्रस्तुत हो रही है . मैं आपको सादर प्रणाम करते हुए हार्दिक बधाई देता हूँ .
ReplyDeleteशुभ कामनाओं सहित
आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल कल 21 - 07- 2011 को यहाँ भी है
ReplyDeleteनयी पुरानी हल चल में आज- उसकी आँखों में झिल मिल तारे -
आपकी उत्साह्वर्द्धक प्रतिक्रिया के लिए आभारी हूं। अन्य कहानियों और उपन्यासों पर भी आपके विचारों का स्वागत है।
ReplyDeleteधन्यवाद
पुष्पा सक्सेना
hello
ReplyDeleteaapki story sach m bahut touchy h saath hi uske charctor itne real lagte h jese hm me se hi liye gye ..or kuch karne k lye motivation be milti h .....
mam aap bhut achcha likhti h.mai sahitya background se nahi hoo mgr apki jiwant kahania padh k lgta h mera apki hr kahani se nata h..kripya ese hi likhti rhe...apki stories padh k lgta h sahitya ki or na ja k bdi bhool ki h...science, managmnt padh k b dil to sahitya ki or hi bandha ja rha h.. Bhut sari best wishes apke lie...
ReplyDeleteMonika
Hello Mam,
ReplyDeleteAll your stories are awesome. I love your style of writting. "wo sanwali ladki" is one of my favourite story.
Dear mam, your stories are really amazing and great. It connects the reader with it. I also do try to write some stories. If you allow the readers to submit their stories on your website, it would be great. Here is my email address: Jtarun23@hotmail.com and My name is Tarun from Ahemdabad.
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