12/8/11

तुम्हारा साथ

सा

भारत की धरती को छोड़ ऐरोप्लेन अमरीका की उड़ान भर चुका था। प्लेन की तेज़ उड़ान से ज़्यादा तेज़ी से टीना का मन पुरानी यादों को दोहरा रहा था। कुछ समय पहले सब कुछ कितना शांत और निर्विघ्न जीवन जी रही थी टीना। दादी ने बताया था, उसका जन्म अमरीका में हुआ था। जन्म के दो वर्षों बाद उसकी माँ की मृत्यु ने उसके पापा को इस तरह से आहत किया कि अमरीका की अपनी बड़ी नौकरी छोड़ कर हमेशा के लिए अमरीका से विदा ले ली। छोटे भाई हरेश का परिवार भी अमरीका में रहता था उन्होंने बड़े भाई राजेश को रोकने की बहुत कोशिश की, पर

 सुंदर प्यारी सी टीना का साथ पाकर उसकी दादी को मानो नई ज़िंदगी मिल गई। दादी के प्यार की छाया में टीना बड़ी होने लगी। दादी उससे कहतीं-

टीना, तुझे कोशिश करनी है कि तू ज़िंदगी के हर क्षेत्र में सबसे आगे रहे। एक अच्छी लड़की बन कर अपने परिवार का नाम रोशन करे। मेरा सपना पूरा करेगी न, टीना?”

हां दादी, हम तुम्हारा सपना ज़रूर पूरा करेंगे।टीना के भोले जवाब पर दादी उसे प्यार से चिपटा लेतीं।

समय बीतने के साथ दादी से कहानियां सुनती टीना, स्कूल से कॉलेज में पहुंच गई। दादी की प्रेरणा से टीना ने हर क्षेत्र में सफ़लता पाई। कॉलेज की प्रतियोगिताओं मे टीना हमेशा प्रथम पुरस्कार पाती। जब वह गीत गाती तो लोग तालियां बजाते नहीं थकते। जब वह नृत्य करती तो सब को लगता मानो उसमें राधा साकार हो गई हो। पढाई के साथ कॉलेज की डिबेट और अन्य प्रतियोगिताओं में भी टीना पहले स्थान पर रहती।  तीव्र बुद्धि के साथ शांत और सौम्य स्वभाव के कारण टीना अपनी  टीचर्स और साथियों को प्रिय थी।

टीना के साथ की लड़कियां नई डिज़ाइन के कपड़े पहनतीं, सज-धज के रहतीं, पर टीना अपनी दादी द्वारा सिले गए सादे कपड़े पहनती और सादगी से रहती।  साथ की लड़कियां टीना से कहतीं

टीना, तेरा इतना सुंदर चेहरा है, अगर फ़ैशनेबल कपड़े पहन ले तो एकदम मॉडेल दिखेगी।

हम ऐसे ही ठीक हैं दादी कहती हैं, असली सुंदरता तो सादगी होती है। मन की सुंदरता ही असली सुंदरता होती है। टीना भोलेपन से जवाब देती।

 टीना का जीवन शांति से बीत रहा था, पर एक दिन अधिक आयु हो जाने पर दादी इस दुनिया से विदा हो गईं। टीना का रोना नहीं रुक रहा था, पर तब उसे उसके पापा ने उसे प्यार से समझाया-

तेरी दादी भगवान के पास गई हैं। अगर तू रोएगी तो तेरी दादी को बहुत दुख होगा। तेरी दादी चाहती थीं तू खूब पढे और दुनिया में अपना नाम करे। तुझे अपनी दादी का सपना पूरा करना है, टीना।

 जी पापा, अब मैं नहीं रोऊंगी। मैं दादी का सपना ज़रूर पूरा करूंगी।टीना ने आंसू पोंछ डाले और पढाई मे मन लगा लिया। उसने निश्चय कर लिया वह हर विषय में सबसे अधिक अंक लाएगी।

और अब पापा की अचानक मृत्यु से टीना के आँसू रुक ही नहीं रहे थे। कहां जाएगी टीना? तभी भाई की मृत्यु की खबर मिलते ही टीना के हरेश अंकल भारत पहुंच गए। टीना के सिर पर हाथ रख कर टीना के अंकल ने कहा-

रो मत, टीना बेटी । तेरे पापा नहीं रहे तो क्या, तेरे अंकल तो जिंदा है। आज से मैं ही तेरा पापा हूं। अमरीका में तेरी बहिन मोना और तेरी आंटी  तेरा इंतज़ार कर रही हैं।

नहीं हम पापा का घर छोड़ कर नहीं जाएंगे। इस घर में पापा और दादी की यादें हैं।टीना रो पड़ी।

 टीना बेटी यहां तू अकेली कैसे रहेगी। मै वादा करता हूं, हम सब हर साल भारत आएंगे और इस घर में रहेंगे। चाचा क्या हम अमरीका मे एडजस्ट कर पाएंगे? हमने अमरीका के बारे में पढा है, पर हमे लगता है वहां की लाइफ़ यहां से बहुत अलग है। अच्छा होता हम इसके पहले पापा के साथ अमरीका जा पाते।

टीना, तू एक इंटेलिजेंट लड़की है। मुझे पूरा विश्वास है तू वहां बहुत जल्दी एडस्ट कर लेगी।

टीना के लिए हवाई यात्रा एक नया अनुभव था। अंकल की मदद से बेल्ट बांध कर टीना हवा में उड़ने की प्रतीक्षा कर रही थी। प्लेन के उड़ान भरते समय उसने डर कर आँखें बंद कर लीं। थोड़ी देर बाद खिड़की से बाहर देखने पर जो नज़ारा दिखा उसने टीना को मुग्ध कर दिया।  

अंकल देखिए हम बादलों के ऊपर उड़ रहे हैं। कितना मजा आ रहा है।टीना की आवाज़ में खुशी थी।

हां टीना, यही बादल तुम्हें अमरीका उड़ा कर ले जाएंगे।

अमरीका का बड़ा सा एयरपोर्ट देख कर टीना विस्मित थी। टैक्सी से अंकल के घर जाती टीना अमरीका की ऊंची-ऊंची बिल्डिंग्स और हरियाली देख कर ताज्जुब में थी। उसके लिए सब कुछ नया था।

अंकल के डोर-बेल बजाने पर आंटी ने दरवाज़ा खोला था। उन्हें देख कर टीना उनके पांव छूने को झुकी, पर उसकी आंटी ने बीच में ही रोक दिया-

नहीं-नहीं, टीना। यहां तुम्हें किसी के भी पांव छूने की ज़रूरत नहीं है।

क्यों, आंटी? दादी कहती थीं, बड़ों के पांव छू कर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।टीना विस्मित थी

तेरे लिए हमारा आशीर्वाद हमेशा रहेगा, पर उसके लिए पां व छूने की ज़रूरत नहीं होती। आओ अंदर आओ।

 हाय, टीना, कैसी है? मुझे खुशी है अब तू हमारे साथ रहेगी। मुझे पहचाना या भूल गई? मै तेरी कज़िन मोना हूं। अचानक बाहर से आई मोना ने टीना को चौंका दिया।

नमस्ते मोना दीदी, भला आपको कैसे भूल सकती हूं। आप जब इंडिया आई थीं तो हम दोनो कितना खेलते थे।

हलो, टीना, मुझे दीदी होगी तो मेरी दोस्त कैसे बनोगी? एक बात समझ लो तुम मुझे मोना पुकारोगी। यहां तो मदर- फ़ादर को भी उनके नाम से पुकारा जाता है, क्यों हैरी?’ मोना ने शैतानी से अपने पापा की ओर देखा।

यस, डार्लिंग। जानती है टीना, इस शैतान लड़की ने मुझे हरेश से हैरी बना दिया है और तेरी आंटी को शीला से शेली पुकारती है । देख मोना, टीना अभी इंडिया से आई है, उसे यहां के तौर-तरीके समझने और जानने के लिए कुछ वक्त चाहिए। आई होप तुम उसकी मदद करोगी।

ओह श्योर, हैरी। कम ऑन टीना, चलो तुम्हें तुम्हारा रूम दिखा दूं।

टीना के साथ उसके रूम मे पहुंच कर मोना ने कहा-

वो सामने बाथरूम है । ज़रूरत की सब चीज़ें बाथरूम में हैं। अगर कुछ चाहिए तो मुझे आवाज़ दे देना। अब फ़्रेश हो कर नीचे डाइनिंग रूम में आ जाओ। हम साथ में डिनर लेंगे।

थैंक यू, दीदी- - सॉरी, मेरा मतलब मोना।

हूं, दैट्स गुड। लगता है जल्दी ही यहां की लाइफ़ स्टाइल में ढल जाओगी। ओके मैं चलती हूं।

फ़्रेश होती मोना को पापा की याद आने लगी। रोज़ सवेरे पापा ही उसे उठाते थे। दोनो मॉर्निंग वाक को जाते थे। पापा तुम मुझे छोड़ कर क्यों चले गए? आँखों मे आए आँसू पोंछ, टीना डाइनिंग रूम में पहुंच गई।

आओ, टीना बेटी। तुम मेरे पास वाली चेयर पर बैठोगी। एक ओर मोना और दूसरी ओर टीना, अब बैलेंस बराबर हो गया।हैरी ने हंसते हुए कहा।

डाइनिंग- टेबल पर जो डिनर सर्व किया गया था, उसमें टीना के लिए अधिकांश चीज़ें नई थीं। एक पीस ब्रेड उठा कर टीना सोच में पड़ गई। घर में तो दाल- चावल, चपाती और सब्ज़ी होती थीं। अंकल उसके मन की बात समझ गए।

टीना, अमरीका में सबकी लाइफ़ बहुत बिज़ी होती है। तेरी शीला आंटी भी काम पर जाती हैं। कुकिंग के लिए समय कम मिल पाता है। इसलिए अक्सर हमे कैन्ड फ़ूड या फ़ास्ट फ़ूड का सहारा लेना पड़ता है। वैसे वीकेंड में हम सब मिल कर इंडियन कुकिंग करते हैं।

टीना, यह पास्ता मैने तेरे लिए बनाया है। इसे टेस्ट कर के देख। अगर ये खाना अच्छा ना लगे तो पैंट्री में दाल, चावल, आटा सब कुछ है। फ़्रिज में साग-सब्जियां हैं। तुझे कुकिंग आती है, टीना?” आंटी ने प्यार से पूछा।

ज़ी आंटी, दादी ने मुझे कुकिंग सिखाई है। अगर आप चाहें तो हम आप सब के लिए खाना बना सकते हैं।

वाह, टीना। देख मोना, अब तुझे भी टीना से कुकिंग की ट्रेनिंग लेनी होगी। वैसे टीना अब तेरे पास भी समय नहीं रहेगा। अगले मंडे से तू भी कॉलेज जाएगी। हां कॉलेज जाने के पहले एक दिन मक्के की रोटी और सरसों का साग ज़रूर खिलाना होगा।हैरी ने हंसते हुए कहा।

ज़रूर अंकल, पर क्या हम सचमुच कॉलेज जाएंगे?” टीना के चेहरे पर खुशी की चमक थी।

हां टीना, मैने तुम्हारे एडमीशन के लिए बात कर ली है। तुम्हारा जन्म अमरीका में हुआ है, इसलिए तुम यहां की नागरिक हो। इसके अलावा तुम्हारे इंडिया के अच्छे रिज़ल्ट के बेसिस पर एडमीशन की प्रॉबलेम नहीं है। तुम कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहोगी?

अंकल मैं हिंदी में मास्टर्स करना चाहती हूं । हिंदी मेरा प्रिय विषय रहा है।टीना ने खुशी से कहा।

सॉरी टीना, यहां की यूनीवर्सिटी में हिंदी विषय नहीं है। अमरीका के कुछ ही विश्वविद्यालयों में हिंदी विषय की पढाई होती है। तुम्हारा दूसरा फ़ेवरिट सब्जेक्ट कौन सा है?”

यह तो दुख की बात है कि यहां सब विश्वविद्यालयों में हिंदी विषय नहीं है अगर यहां हिंदी नहीं है तब मैं अंग्रेज़ी विषय लेना चाहूंगी। अंग्रेज़ी भी मेरी पसंद का विषय है।

ठीक है, अगले सोमवार को तैयार रहना। वैसे इस मोना को हिंदी ज़रूर पढाना। हो सकता है इसका विवाह भारत में हो या इसे नौकरी के सिलसिले में भारत जाना पड़े। आजकल तो बहुत से अमरीकियों की भी भारत में पोस्टिंग होती है।“हरेश ने मज़ाक किया।

हैरी, मैं हिंदी- सीरियल और मूवीज़ देख कर काफ़ी हिंदी सीख गई हूं। मुझे हिंदी अच्छी लगती है। हिंदी फ़िल्मी गाने भी गा सकती हूं। वैसे अब टीना से क्लासिकल डान्स ज़रूर सीखूंगी।मोना ने हंस कर कहा।

तुम्हें नृत्य सिखाने में मुझे खुशी होगी, मोना। इस तरह मैने जो सीखा है उसे भूलूंगी नहीं।

टीना एक सबसे ज़रूरी बात है, दो दिन बाद मेरा जन्म दिन है्। मैं चाहती हूं, इस बार कुछ इंडियन-डिशेज सर्व की जाएं। टीना, क्या तुम इसमें शेली की मदद कर सकती हो? मैं अपने फ़्रेंड्स को सरप्राइज़ देना चाहती हूं।

तुम फ़िक्र मत करो, मोना। आंटी की मदद की ज़रूरत नहीं है, मुझे डिशेज बनाने में खुशी होगी।

थैंक्स, टीना। मुझे ऑफ़िस में एक ज़रूरी रिपोर्ट जमा करनी है, पर मैं कोशिश करूंगी जितनी हो सकेगी मदद ज़रूर करूंगी। तुम देखना यहां कैसे जन्म- दिन मनाते हैं। सजावट और गेम्स आदि की तैयारी मोना खुद करेगी।

दो दिन मोना के जन्म दिन की तैयारियों में बीत गए। टीना ने कई तरह की डिशेज़ बनाने की तैयारी कर ली। मोना को भेंट में देने के लिए एक सुंदर सा कार्ड  भी बना लिया। इंडिया से वह मोतियों की सुंदर माला लाई थी, कार्ड के साथ वो माला देने के निश्चय से वह प्रसन्न थी।

शनीवार की सुबह मोना की खुशी में सब शामिल थे। टीना किचेन में व्यस्त थी। आज उसकी आंटी भी उसका हाथ बटा रही थीं। नई ड्रेस में मोना बहुत सुंदर लग रही थी। वह टीना को भी अपनी तरह की ड्रेस पहनाना चाहती थी, पर टीना को पाश्चात्य ड्रेस पहनने में संकोच हो रहा था। लंबे काले बाल खुले छोड़ कर, उसने अपने आसमानी सलवार- सूट के साथ कानों मे आसमानी इयरिंग और गले में आसमानी मोती की माला पहनी थी।

अरे वाह आज तो हमारी टीना पहचानी नहीं जा रही है। अपने को शीशे में देख, टीना। खुद को नहीं पहचान पाएगी। एकदम परी लग रही है।मोना ने तारीफ़ की।

नियत समय पर मोना के फ़्रेंड्स आ पहुंचे। सभी लड़के-लड़कियों के हाथों में गिफ़्ट- पैकेट्स थे। एक युवक के हाथ मे गिटार और एक के हाथ में बांसुरी थी। मोना को बधाई देते सभी मित्रो ने मोना को गले से लगाया। टीना कौतुक से यह सब देख रही थी। सबके आ जाने पर मोना ने कहा-

आज अपने फ़्रेंड्स के साथ गेम्स की जगह मैं अपना बर्थ-डे म्यूज़िकल बनाना चाहती हूं। मीट माई कज़िन टीना, अ ग्रेट सिंगर एंड क्लासिकल डांसर फ़्रॉम इन्डिया। टीना तुम्हारी तरह यह अर्पित भी म्यूज़िक के पीछे दीवाना है। गिटार इसका सच्चा मित्र है। हमने इसका नाम छोटा कर के एपी कर दिया हैं और वह परेश यानी पैरी हमारे एपी का साथी है। तो चलो फ़्रेंड्स हम एपी के गिटार से आज की शाम शुरू करते हैं। एपी का साथ पैरी देगा। लेट्स वेलकम एपी एंड पैरी।" सबने तालियां बजा कर दोनों का स्वागत किया।

एपी के गिटार के साथ पैरी ने बांसुरी से साथ दे कर समां बांध दिया। उस मीठी धुन पर टीना विस्मित थी। दो-चार धुनों के बाद केट और जेनी ने गीत सुना। अब टीना की बारी थी। मोना ने जब टीना को पुकारा तो मानो वह सपने से जागी थी। संगीत की दुनिया में वह खो सी गई थी।

"नहीं मोना, प्लीज़ मैं सबके सामने नहीं गा सकूंगी।"टीना का संकोच स्पष्ट था।

“एक बात समझ ले टीना, यह मेरे प्रेस्टिज का सवाल है। तेरी इतनी तारीफ़ की है अब अगर तू नहीं गाएगी तो सब मेरी हंसी उड़ाएंगे। मेरा सम्मान तुझे रखना ही होगा।“

मोना की बात सुन कर टीना ने अपना प्रिय मीरा का भजन शुरू किया। टीना की मीठी सधी आवाज़ ने सब पर जादू जैसा असर कर दिया गीत के अर्थ ना समझ पाने पर भी गीत की मिठास ने सबको बांध लिया। गीत समाप्त होने के बाद तालियां बजाने की बात कुछ देर बाद ही याद आई। अचानक अपनी जगह से उठ कर अर्पित ने टीना के पास पहुंच सकी दाहिनी हथेली पर किस कर लिया।

नहीं- - नहीं- - कहती टीना की आँखों से आँसू बह निकले। हाथ छुड़ा टीना रूम से तेज़ी से भाग सी गई।

 “क्या हुआ, क्या मुझसे कोई ग़लती हो गई, टीना यहां से रोती हुई क्यों भाग गई, मोना?”अर्पित विस्मित था।

“डोंट वरी,एपी। टीना अभी इंडिया से आई है, वह यहां का कलचर नहीं जानती। इंडिया में लड़की को किसी लड़के द्वारा किस किया जाना स्वीकार नहीं किया जाता बल्कि अपराध समझा जाता है। मै उसे समझा दूंगी।“

“इसका मतलब मैं उसका अपराधी बन गया। मैंने तो उसके संगीत को एप्रिशिएट करने के लिए किस किया था।“

“अब अपना मूड मत खराब करो। आज एक और सरप्राइज़ डाइनिंग- रूम में है।“

सब डाइनिंग- रूम का सरप्राइज़ देखने को उत्सुक थे। बड़ी सी टेबल पर तरह-तरह की इंडियन मिठाइयां, समोसे और कचौड़ियां सजी हुई थीं। सबके चेहरों पर खुशी थी, पर अर्पित कुछ उखड़ा सा था। केट ने चहक कर कहा-

“लगता है मोना इंडियन स्वीट्स की शॉप खरीद लाई है। आई लव इंडियन स्वीट्स।“

“ नहीं केट, यह तो मेरी टीना की कुकिंग का कमाल है। तो फ़्रेंड्स कैसा लगा मेरा सरप्राइज़?”

एक्सेलेंट मोना, प्लीज़ कॉल टीना, हम उसे थैंक्स देना चाहेंगे।“ पैरी ने कहा।

ठीक है मै अभी उसे पकड़ कर लाती हूं। तब तक तुम सब शुरू करो।“

“श्योर, इतनी टेम्पटिंग स्वीट्स के लिए हम हम वेट नहीं कर सकते

थोड़ी देर में टीना को साथ ले कर मोना आ गई। टीना के चेहरे पर हल्की झिझक थी। अर्पित ने टीना से कहा-

“अनजाने में अपराध कर बैठा। आपको परेशान करने का कोई इरादा नहीं था। जो सज़ा देंगी मंज़ूर करूंगा।“

टीना से कुछ जवाब ना मिलने पर अर्पित ने कहा-

अगर आप माफ़ नहीं करेंगी तो मुझे आपकी बनाई हुई मिठाइयों को बस देख कर ही वापस जाना होगा।

आपको माफ़ी मांगने की ज़रूरत नहीं है।धीमी अवाज़ मे टीना ने कहा।

इसका मतलब आप मुझसे नाराज़ नहीं हैं। अब एक रिक्वेस्ट है, आप मेरी संगीत की टीचर बनना स्वीकार कर लीजिए। इंडियन क्लासिकल संगीत सीखने के लिए मैं बहुत दिनों से अपने लिए एक अच्छा गुरु ढूंढ रहा था। आज मेरी खोज पूरी हो गई। कहिए आपको मेरा अनुरोध स्वीकार है?” अर्पित के नयन टीना के चेहरे पर निबद्ध थे।

नही, मै किसी की गुरु बनने लायक नहीं हूं। आप कोई अच्छा गुरु ढूंढ लीजिए।टीना ने संकोच से कहा।

 आज आपका गीत सुनकर मैं जान गया आप ही मेरे लिए उपयुक्त गुरु हैं। मोना, प्लीज़ टीना से मेरी सिफ़ारिश कर दो। अगर टीना ने हां कर दी तो तुम्हें एक अच्छी सी ट्रीट ज़रूर मिलेगी।

ओह, तब तो सिफ़ारिश करनी ही होगी, पर काम हो जाने पर भूल मत जाना।हंसते हुए मोना ने कहा।

पार्टी के बाद सबने मोना को गले लगा कर हंसी-खुशी विदा ली।

थैंक्स टीना, तुम्हारी मेहनत की वजह से आज की मेरी पार्टी बहुत अच्छी रही।मोना ने टीना से कहा।

मुझे अफ़सोस है, मेरी वजह तुम्हें कुछ परेशानी भी तो उठानी पड़ी। मै घबरा गई थी। सॉरी, मोना।

मैं समझती हूं, पर एक बात जान लो, जैसे भारत में नमस्ते की जाती है, अमरीका में किस यानी चुंबन किसी को स्नेह, प्यार या सम्मान देने के लिए किया जाता है। एपीं तुम्हारे गीत को एप्रिशिएट करना चाहता था। तुम्हारे बर्ताव से वह हर्ट हुआ था, टीना। वैसे वह समझ गया, तुम अभी यहां के कलचर के बारे में नहीं जानतीं।

“मुझसे गलती होगई। मुझे यहां की संस्कृति समझनी होगी। मुझे दुख है, मैने अर्पित यानी एपी को हर्ट किया।

“एपी एक हिंदुस्तानी ब्रोकेन फ़ैमिली का लड़का है। बारह वर्ष की उम्र से वह अकेली ज़िंदगी जी रहा है। संगीत उसका पैशन है। सच तो यह है, उसकी मुश्किलों और तकलीफ़ों के समय में उसके संगीत ने ही उसे सहारा दिया है। गिटार तो उसका सच्चा साथी है। अपनी मेहनत से अब वह हिस्ट्री में फ़ेलोशिप लेकर पीएच डी कर रहा है। मेरे हिस्ट्री डिज़र्टेशन में एपी मेरी बहुत मदद करता है। पीएच डी पूरी करते ही उसे लेक्चररशिप मिल जाएगी।“

“मुझे अर्पित के साथ हमदर्दी है, मोना। माँ-बाप का साथ  ना होने का दुख मै जानती हूं।

“अगर तुझे एपी से हमदर्दी है तो संगीत सीखने में उसकी मदद कर दे , टीना। मुझे खुशी  होगी।

मैने कभी किसी को संगीत नहीं सिखाया है, क्या मै सिखा पाऊंगी? अंकल क्या इसे पसंद करेंगे?”

“उसकी चिंता मत कर, एपी को सब प्यार करते हैं। उस पर विश्वास करते हैं। हैरी ज़रूर परमीशन देंगे।

मोना ने जब हैरी से कहा कि एपी टीना से संगीत सीखना चाहता है तो उन्होंने खुशी से परमीशन दे दी।

मंडे को टीना कॉलेज की नई दुनिया में जाने को तैयार थी। मन में डर था पता नहीं वहां क्या होगा। मोना ने उसे बहुत सारे टिप्स दे डाले। यूनीवर्सिटी की भव्य बिल्डिंग देख कर टीना ताज्जुब में आगई। क्लास मे प्रोफ़ेसर ने उसकी इंडिया की पढाई के बारे में जब पूछा तो वह उत्साह से बताती गई। क्लास के बाद साथियों ने भी उससे मित्रतापूर्ण व्यवहार किया। टीना का डर दूर हो गया। सब कुछ सहज लगने लगा।

क्लास समाप्त होने पर जब वह बाहर आई, अर्पित उसका इंतज़ार कर रहा था। उसे देखते ही खुशी से बोला

“थैंक्स टीना। मुझे अपना शिष्य बनाकर आपने मेरा  एक बहुत बड़ा सपना पूरा किया है। शाम को संगीत का अपना पहला पाठ लेने आ रहा हूं।“टीना के जवाब का इंतज़ार किए बिना वह तेज़ी से अपनी बाइक पर चला गया।

अंकल ने टीना को शाम के  खाली समय में एपी को संगीत सिखाने की सलाह दी थी। अंकल-आंटी और मोना सब देर से घर लौटते थे। संगीत- साधना को शांति चाहिए। शाम के समय उन्हें कोई डिस्टर्ब नहीं करेगा। शाम होते ही डोर-बेल पर जब टीना ने दरवाज़ा खोला तो हाथ में तानपुरा लिए मुस्कराता अर्पित खड़ा था।

हलो टीचर। शायद जल्दी आ गया। क्या करूं मुझसे इंतज़ार ही नहीं हो पा रहा था। अंदर आ सकता हूं?”

“”यह अच्छा है कि क्लासिकल म्यूज़िक सीखने के लिए आपके पास तानपुरा है। क्या पहले कहीं संगीत सीखा है?’

यह पापा का तानपुरा था। जब इसके तार बेसुरे हो गए, मुझे दे गए।उसके चेहरे पर हल्की सी उदासी थी।

बेसुरे तार क्या सुर में नही लाए जा सके, अर्पित?”

अगर ऐसा हो पाता तो दोनो अलग क्यों होते? चलिए टीचर­, आज का पहला पाठ शुरू कीजिए।

एक बात कहनी है अर्पित आप मुझे टीचर नहीं कहेंगे। हम दोनो दोस्त की तरह रहेंगे। कहिए मंज़ूर है?”

आपके साथ दोस्ती मेरी खुशकिस्मती होगी। फिर हम एक-दूसरे को आप नहीं तुम कह कर बात करेंगे।

लगता है तुम्हारे पापा संगीतज्ञ थे। उनके साथ इंडियन म्यूज़िक का कुछ तो ज्ञान मिला होगा?”

भारतीय शास्त्रीय संगीत पापा की ज़िंदगी था। मेरे बचपन की यादों में उनका संगीत बसा हुआ है। मुझे भी संगीत से प्यार विरासत में मिला है। क्या तुम सोच सकती हो टीना, कोई संगीत से इतनी नफ़रत कर सकता है?”

किसकी बात कर रहे हो, अर्पित?”टीना समझ नहीं सकी।

जिन बातों को भूल गया, उन्हें क्यों याद करना? आज उसी गीत से शुरू करते हैं जो तुमसे सुन चुका हूं।

टीना ने तानपुरे के सुर मिला कर गीत शुरू किया। अर्पित गीत दोहराता गया। टीना का अनुमान सही था, अर्पित को संगीत का कुछ ज्ञान ज़रूर था। दोनों संगीत में डूबते गए। गीत समाप्त होने पर अर्पित जैसे नींद से जागा था।

आज की ये शाम मेरे जीवन की सबसे अच्छी शाम थी, टीना। तुम पहले क्यों नहीं मिलीं?” अर्पित कह बैठा।

कैसे मिलती, मैं इंडिया में जो थी।टीना हंस पड़ी।

टीना का जीवन सहज गति से चल रहा था। दिन मे क्लास की व्यस्तता और शाम को अर्पित के साथ संगीत की साधना अच्छी लगती थी। समय के साथ अर्पित और टीना के बीच की दूरियां नज़दीकियों में बदलने लगीं। दोनो एक-दूसरे को समझने लगे थे। एक-दूसरे का साथ अच्छा लगता था। अपनी बातें वे आसानी से शेयर करते थे। अक्सर अर्पित अपने जीवन के कड़वे अनुभव टीना को बता जाता। एक दिन अचानक उसने बताया था-

पापा को संगीत अपने से भी ज़्यादा प्यारा था और संगीत मम्मी का शत्रु था। पापा जब भी संगीत का रियाज़ करते, घर में झगड़े हो जाते। कभी-कभी पापा रात भर घर नहीं आते। मै डरता, पता नहीं वह घर वापस आएंगे या नहीं। आखिर दोनो ने अलग होने का फ़ैसला कर लिया। अब दोनो ने अपनी अलग-अलग दुनिया बसा ली है।

क्या उनकी दुनिया में तुम्हारे लिए जगह नहीं है? शायद अपनी मां के लिए ही तुमने कहा था कोई संगीत से इतनी नफ़रत कैसे कर सकता है। तुम अपने पापा के साथ क्यों नहीं रहे, अर्पित? तुम्हें तो संगीत से प्यार था?”

मैने तो दोनो को प्यार किया था, टीना, पर शायद दोनो को मेरी ज़रूरत नहीं थी। काश उस समय तुम होतीं तो मैं अपने को अकेला नहीं पाता। एक बात कहूं टीना, अब तुम्हारे बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। मुझे कभी अकेला छोड़ कर तो नहीं जाओगी? तुम्हारे साथ अपने को पूर्ण पाता हूं, टीना।

हमने दोस्ती का वादा किया है, अर्पित। जीवन में संघर्ष कर के आज तुम अपनी मंज़िल तक पहुंचे हो। तुम्हें निराश नहीं होना चाहिए। तुम और आगे बढो यही मेरी कामना है।

यह तभी संभव है जब तुम जिंदगी भर मेरे साथ रहो। बोलो टीना क्या तुम मेरी बन कर रहोगी?”

अर्पित अभी ये सब बातें सोचने का समय नहीं है। मुझे अपने पापा और दादी के सपने पूरे करने हैं। अच्छा हो हम ये बातें ना करें। तुम्हें अपने लक्ष्य से नहीं भटकना चाहिए।टीना ने गंभीरता से कहा।

मेरे साथ ऐसा पहली बार हुआ है, टीना, मै सिर्फ़ तुम्हारे बारे में सोचता हूं, शायद मै तुम्हें चाहने लगा हूं।

अर्पित, प्लीज़ ऐसी बातें मत करो। तुम मेरे बहुत अच्छे दोस्त हो क्या यही बात काफ़ी नहीं है?”

रात में टीना को अर्पित की कही हुई बातें याद आने लगीं। सच तो यह है खुद टीना को अर्पित का साथ अच्छा लगता। उससे बातें करते हुए समय कब बीत जाता ,पता ही नहीं लगता था। टीना सोच में पड़ गई क्या वह भी उसे चाहने लगी है? सोच में डूबी टीना देर रात तक सो नहीं सकी।

डूसरे दिन क्लास मे नोटिस आया था, एक स्टूडेंट का गंभीर ऐक्सीडेंट हो गया था। उसे बी नेगेटिव ग्रुप का खून चाहिए था। सूचना सुनते ही टीना अर्पित के साथ अपना खून डोनट करने हॉस्पिटल पहुंची थी।

डॉक्टर, मेरा ब्लड - ग्रुप बी नेगेटिव है। मै अपना खून देने को तैयार हूं।टीना ने कहा।

क्या ब्लड देने के लिए अपने पेरेंट्स से परमीशन ली है, टीना?”

किसी का जीवन बचाने के लिए अपना खून देने से मेरे अंकल खुश होंगे। मैं जानती हूं, यह रेयर ब्लड-ग्रुप है।

ठीक है, नर्स टीना का ब्लड जांच के लिए ले लो। टीना, तुम्हे टेस्ट-रिपोर्ट के लिए थोड़ा वेट करना होगा।

श्योर, डॉक्टर्। मै बाहर इंतज़ार कर रही हूं।

काफ़ी देर बाद डॉक्टर टीना को बुलाया था। अपने केबिन में डॉक्टर एक रिपोर्ट को ध्यान से देख रहे थे।

टीना क्या तुम कल अपने अंकल के साथ आ सकती हो? मुझे उनसे कुछ बात करनी है।

क्या कोई सीरियस बात है डॉक्टर? अंकल तो शहर में नही हैं। जो भी बात है, आप मुझे बता सकते हैं। मै ब्रेव लड़की हूं, मैने ज़िंदगी में बहुत से दुख हिम्मत के साथ सहे हैं।“

अगर तुम एक ब्रेव लड़की हो तो मैं तुमसे पूछना चाहता हं, क्या तुम्हारे किसी के साथ ऐसे इंटिमेट रिलेशन्स रहे हैं जैसे एक विवाहित स्त्री-पुरुष के साथ होते हैं? मेरा मतलब समझ रही हो, टीना?”

नही डॉक्टर। मै जिस परिवार में पली और बड़ी हुई हूं, वहां ऐसा संबंध सोचना भी पाप माना जाता है।

याद कर के बताओ, क्या कभी तुम्हें ब्लड ट्रांस्फ़्यूज़न की ज़रूरत पड़ी थी?”

जी डॉक्टर, करीब चार-पांच साल पहले हम दादी के गांव गए थे, वहां झूले से गिर गए थे। हमारा सिर फट गया था। बहुत खून बह गया था। खून चढाने के लिए वहां एक छोटा सा सरकारी अस्पताल था। उस दिन वहां के डॉक्टर कहीं बाहर गए हुए थे। कंपाउंडर ने एक आदमी को बुलाया जो अपना खून बेचता था। दादी ने उस आदमी और कंपाउंडर को पैसे देकर हमारी जान बचाई थी।

इसका मतलब उस आदमी के खून की कोई जांच नहीं की गई थी। मुझे कहते हुए दुख है कि उस आदमी के खून से तुम्हारे शरीर में ऐंटीवायरल आ गए। तुम्हारा ब्लड एच आई वी पॉज़िटिव पाया गया है, टीना।

नही- नहीं यह नहीं हो सकता। मैं जीना चाहती हूं। मैं एड्स से मरना नहीं चाहती, डॉक्टर।आवाज़ में डर था।

तुमने कहा था तुम ब्रेव लड़की हो। एच आई पॉज़िटिव होने का मतलब मौत नहीं होता। आजकल मेडिसिन्स और अच्छी देख-रेख से एच आई पॉज़िटिव इंसान नार्मल इंसानों की तरह काम करते हुए लंबी उम्र जीते हैं। मै तुम्हें डॉक्टर जॉनसन को रेफ़र कर रहा हूं, वह एड्स के स्पेशलिस्ट हैं।

थैंक्यू डॉक्टर्। किसी तरह लड़खड़ाते कदमों से टीना बाहर आई। बाहर अर्पित उसका इंतज़ार कर रहा था। उसे देखते ही टीना के आँसू बह निकले।

क्या हुआ, टीना, सब ठीक तो है? तुम रो क्यों रही हो?”

कुछ भी ठीक नहीं है, अर्पित । सब खत्म हो गया। सबके साथ तुम भी मुझ से दूर चले जाओगे।टीना के आँसू रुक ही नहीं रहे थे।

“ काम डाउन ,टीना। चलो हम कहीं बैठ कर बातें करते हैं। तुम एक कलाकार हो, तुमने अपने जीवन में बहुत कुछ खोकर भी हिम्मत नहीं हारी । डॉक्टर ने ऐसा क्या कहा कि तुम इस तरह से हिम्मत हार रही हो? शांत रेस्ट्रॉ के एकांत कोने में टीना को बैठा कर, अर्पित कोल्ड  ड्रिंक ले आया। टीना को कोल्ड ड्रिंक थमा, प्यार से कहा-

मै तुम्हारा दोस्त हूं, टीना। तुमसे कभी दूर नहीं हो सकता। अपने दोस्त को अपनी प्रॉब्लेम नहीं बताओगी?”

डॉक्टर ने कहा है ब्लड ट्रॉसफ़्यूज़न की वजह से मेरे ब्लड मे ऐंटी वायरल आ गए हैं। मैं एच आई वी पॉज़िटिव हूं। इंडिया में मैने एड्स रोगियों की तकलीफ़ों के बारे में सुना है। उन्हें अकेलेपन की सज़ा भोगनी पड़ती है। मैं अकेले कैसे जी सकूंगी, कहां जाऊंगी, अर्पित?” टीना की आँखें भर आईं।

“ऐसा क्यों सोचती हो, टीना। यह अमरीका है, यहां एड्स को एक क्रॉनिक बीमारी की तरह लिया जाता है। एच आई वी पॉज़िटिव होने का मतलब एड्स नहीं होता। मैंने कहा था, तुम मेरी ज़िंदगी हो और अपनी ज़िंदगी से कोई अलग कैसे हो सकता है? मै वादा करता हूं पूरी ज़िंदगी तुम्हारे साथ बिताऊंगा। मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं। विल यू मैरी मी, टीना? प्लीज़ हां कह दो।“ पूरे विश्वास के साथ अर्पित ने अपनी बात रखी थी।

“नहीं, मै तुम्हारी ज़िंदगी बर्बाद नहीं कर सकती। सब कुछ जान कर तुम मुझ पर दया कर रहे हो, अर्पित। मुझे तुम्हारी दया नहीं चाहिए। मुझ से शादी कने का मतलब अपना विवाहित जीवन समाप्त कर लेना है।“

“सब कुछ जान कर ही तुम्हें प्रोपोज़ किया है, टीना। तुम्हें सच्चे मन से चाहा है। तुम पर दया नहीं बल्कि अपने लिए ज़िंदगी मांग रहा हूं। मै जानता हूं तुम्हे डर है, हम नार्मल विवाहित जीवन नहीं बिता सकेंगे। एक दिन तुमने कहा था, हम दोस्त की तरह रहेंगे, तो मेरा वादा है, विवाह के बाद भी हम दोस्ती का ही रिश्ता निभाएंगे।“

“मैं समझ नहीं पा रही हूं, क्या कहूं, अर्पित?” टीना असमंजस में थी।

“मुझ पर विश्वास करती हो, टीना?”

“अपने से भी ज़्यादा, अर्पित। कभी साथ तो नहीं छोड़ोगे?“भीगे स्वर में टीना ने कहा।

“ तुमसे भी एक वादा चाहिए, मुझे ज़िंदगी में प्यार नहीं मिला, तुमसे ढेर सारा प्यार चाहिए, टीना, दोगी न?”

आगे बढ कर अर्पित ने मौन टीना की भीगी आँखों को चूम लिया।

2 comments:

  1. बहुत संवेदनशील कहानी ... सच्चे प्यार को कहती हुई

    ReplyDelete
  2. ▬● अच्छा लगा आपकी पोस्ट को देखकर... साथ ही आपका ब्लॉग देखकर भी अच्छा लगा... काफी मेहनत है इसमें आपकी...
    नव वर्ष की पूर्व संध्या पर आपके लिए सपरिवार शुभकामनायें...

    समय निकालकर मेरे ब्लॉग्स की तरफ भी आयें तो मुझे बेहद खुशी होगी...
    [1] Gaane Anjaane | A Music Library (Bhoole Din, Bisri Yaaden..)
    [2] Meri Lekhani, Mere Vichar..
    .

    ReplyDelete